Monday 27 May 2013

BHAARAT KI CHAVEE 'GORE LOGON' KE BEECH VIDESHON MEIN BAHAOT KHARAAB HAYE.

 मेरे प्यारे भारत वासियों ,
                                                प्रणाम/आप सभी जानते होंगे की 'गोरे लोग ' कितने ईमानदार और मेहनती होते हएं /उनलोगों के बीच में 'भारत ' की छवि बहूत ही खराब हए /कैसे ?सुनिए एक कहानी रूस की/
मैं अपने दोस्तों के साथ 'संगीत की शाम ' देखने गया था /काफी रूसी लड़कियां थीं ,हर भारतीय लड़के के साथ /कार्यक्रम का आयोजन भारतीय दूतावास ने किया था /हम बहूत गर्व से देखने पहूंचे थे /सूट -बूट पहनके /हमारे साथ अरब और पाकिस्तान के मित्र थे /
कार्यक्रम में इतना खराब गाया गया कि सभी ऊब के भाग गए /हम दंग रह गए /बाद में हमारी रूसी लड़कियों ने कहा कि 'वो जानती थीं की भारत में अच्छे कलाकार नहीं होते हएं '/यही कारण हए कि हमें वो हीन भावना से देखती थीं /यही छवि अमेरिका ,इंगलैंड ,फ्रांस ,जर्मनी इत्यादि विकसित देशों में हए /कारण ?
हिन्दी फ़िल्में तो सिर्फ भारतीय लोग ही देखते हएं ,जो हिन्दी भाषा को समझते हएं लेकिन 'भारतीय शास्त्रीय संगीत 'को पूरा विश्व लोहा मानता हए /यही कारण हए की पंडित रवि शंकर जी का सितार और उस्ताद जाकिर हुसैन का तबला गोरे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया /
आज भारत में मुझे ऐसा एक भी कलाकार नहीं दिखता हए  जो भारत की संगीत को सही तरीके से उन अमीर ,समृद्ध गोरे लोगों के बीच पहुँचा सके जैसा की 'वक्त की फरमाइश ' हए /एक अच्छे कलाकार को अपने गायन -वादन के अनंत ज्ञान के अलावा दुनिया के अनंत विधाओं का ज्ञान भी
रखना पड़ता हए /
आज 'भारतीय संगीत ' को दबा दिया गया हए /कलाकारों को रौंदा जा रहा हए क्यूँ कि अगर कलाकार ,संगीतकार नष्ट हो गए तो फिर इस महान देश की असली खोई हूई प्रतिष्ठा कौन वापस दिलाएगा /मैं भी इसी खरयंत्र का शिकार हूँ /
आपका अपना ,
                                                                             रिंकू आदर्श