Saturday, 11 August 2012

भारत में इतने वीर ,पर स्वर्ण पदक एक भी नहीं/

मेरे प्यारे भारतवासियों,
प्रणाम/भारत में इतने वीर हएं ,पर स्वर्ण पदक एक भी नहीं /बाह रे भारत बाह/सारे जहां से अच्छा,हिन्दुस्तान हमारा/आखिर गुलाम देश जो ठहरा/जय हो सोनिया गाँधी की ,जय हो मनमोहन सिंह की/
आपका अपना,
रिंकू आदर्श